VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली ने गृह मंत्री अनिल विज से अंबाला में मुलाकात कर उनके सामने सफीदों क्षेत्र में हत्या और लूट की वारदात की पूरी डिटेल रखी व इस पर रोक लगाने की मांग की। विधायक सुभाष गांगोली ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में अनेक मामले सफीदों विधानसभा में अपराधिक घटनाओं व बिगड़ी कानून व्यवस्था के बारे में है जिससे क्षेत्र में भारी रोष है । घटनाओं का विवरण निम्नलिखित
- सिंघाना गांव के पुलिस विभाग में कार्यरत होमगार्ड की हत्या।
- सफीदों शहर में सुरेंद्र नाम के व्यक्ति की कार में हत्या।
- सफीदों विधानसभा क्षेत्र के गांव बुड्ढा खेड़ा से सिपाही रविंदर और कलावती गांव से एसपीओ कप्तान सिंह की बुटाना, सोनीपत में हत्या।
- सफ़िदों नहर पुल पर बंधन बैंक कर्मचारी से ₹103000 की लूट।
- संधू पोल्ट्री फार्म के मालिक 70 वर्षीय व्यक्ति से असंध रोड पर पैसे छीनने की घटना।
- रामपुरा रोड बाईपास पर ऐड एजेन्सी चलाने वाले संजय से देशी पिस्टल से पैसे छिनने की कोशिश की घटना।
- मलिकपुर से डीडवाड़ा रोड पर गोली मारकर दो मज़दूरों से बाइक छीनने की घटना।
विधायक ने मंत्री जी इस मामले में ठोस कार्रवाई की माँग की व सफीदों व आसपास के क्षेत्र में पुलिस गश्त व नाकों पर पुलिस की तैनाती को बढ़ाया जाए ताकि अपराधी और बदमाशों को एक संदेश मिल सके। विधायक सुभाष गांगोली ने कहा कि जो घटनाएं पहले हुए हैं उन पर शीघ्र व ठोस कार्यवाही हो और आगे ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए विधायक ने मंत्री महोदय से दरख्वास्त कि सफीदों व आसपास के क्षेत्र में पुलिस गश्त व नाकों पर पुलिस की तैनाती को बढ़ाया जाए ताकि अपराधी और बदमाशों को एक संदेश मिल सके।
सफीदों विधायक सुभाष गांगोली ने कहा कि अगर सरकार व पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा सफ़िदों में बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था के प्रति अगर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो मैं सफीदों की जनता को साथ लेकर व घटनाओं से पीड़ित व्यक्तियों को साथ लेकर सफीदों में मजबूरन आंदोलन व रोड जाम करना पड़ेगा। इस पर गृह मंत्री अनिल विज ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उच्च अधिकारियों से फोन पर बात की व ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया। विधायक सुभाष गांगोली ने बुटाना, सोनीपत में शहीद हुए सफीदों विधानसभा क्षेत्र के पुलिस जवान बुड्ढा खेड़ा गांव से सिपाही रविंद्र सिंह व गांव कलावती से एसपीओ कप्तान सिंह को सरकार शहीद का दर्जा दे व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दें व पीड़ित परिवार को ₹ 1 करोड़ सहयोग राशि के रूप में दें।
