VS News India | Sanjay Kumar | Safidon : – उपमंडल सफीदों के गांव मलार में बुधवार को एक बड़ा हादसा घटित हुआ है। एक तूड़े से भरी ट्रॉली बिजली की लाईन से जा टकराई और पूरी ट्राली में करंट आ गया। इस हादसे में 3 मजूदरों की मौत हो गई। बेसूध अवस्था में मजदूरों को सफीदों के नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां पर डाक्टरों ने उन्हे मृत्त घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस व मृत्तकों के परिवारों को दी गई। सूचना पाकर पुलिस व परिवार के लोग नागरिक अस्पताल पहुंचे। मृत्तकों की पहचान गांव गढ़ी बेसर (पानीपत) निवासी आमिर (25) व अमजद (27) तथा गांव राणा माजरा निवासी मोमिन (23) के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश के मेरठ से एक ट्रॉली तूड़ा भरने के लिए सफीदों उपमंडल के गांव मलार में आई हुई। इस ट्रॉली को भरने के लिए साथ में करीब एक दर्जन मजदूर भी जिला पानीपत के गांवों से आए हुए थे। बुधवार को मजदूर खेतों से ट्रॉली में तूडा भरकर वापिस लौट रहे थे कि बारिश के कारण रास्ते में फिसलन बनी हुई थी। वापिस आ रही टै्रक्टर-ट्रॉली खेत की पलाटी में धंस गई।

जहां पर यह ट्रॉली धंसी थी, ठीक उसके ऊपर एक हाईटेशन बिजली की लाईन गुजर रही थी। मजदूरों ने अपने स्तर पर इस ट्रॉली को खिंचकर बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन वे ऊपर से गुजर रही बिजली लाईन की तरफ ध्यान देना भूल गए। करीब एक दर्जन मजदूरों में से कुछ ने ट्रॉली के दोनों तरफ पल्ली बांधकर व कुछ ने पीछे से धक्का देकर ट्रॉली को बाहर निकालने का प्रयास किया। खिंचने के दौरान ट्रॉली एकदम से हिली और वह बिजली की बड़ी लाइन से टच हो गई क्योंकि ट्रॉली तूड़े से बहुत ऊंख्चे तक भरी हुई थी तथा बारिश के कारण चारो ओर से जमीन व ट्रॉली गिली हो चुकी थी। जैसे ही ट्रॉली बिजली की लाईन से टच हुई वैसे ही पूरी ट्रॉली में करंट आ गया। एकदम से सभी मजदूरों का करंट लगा। करंट लगते ही ट्राली को धक्का लगा रहे तीन मजदूर गांव गढ़ी बेसर (पानीपत) निवासी आमिर व अमजद तथा गांव राणा माजरा निवासी मोमिन एकदम से ट्रैक्टर के बोनट से जा टकराए और वे वहीं पर बेसूध होकर गिर गए।
कुछ देर बाद अन्य मजदूर संभले तो उन्होंने देखा कि उनके तीन साथी बेसूध हुए पड़े हैं। साथी मजदूर उन तीनों को उठाकर सफीदों के नागरिक अस्पताल में लाए। जहां पर डाक्टरों ने तीनों को मृत्त घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की। वहीं अस्पताल में मृत्तकों के परिवार वाले भी पहुंचना शुरू हो गए थे। परिवार के लोगों व साथी मजदूरों का रो-रोकर बुरा हाल था। तीनों मजदूर बेहद गरीब परिवार से बताए जाते है तथा उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं।
