VS News India | Vinay Balmiki | Shravasti :- श्रावस्ती। प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार माह सितम्बर-2019 में पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। पोषण माह के प्रथम दिवस को वजन दिवस एवं लाभार्थियों के यहाँ गृहभ्रमण के रूप में आयोजित किया गया है जिसका शुभारम्भ जिलाधिकारी ओ0पी0 आर्य ने विकास खण्ड हरिहरपुररानी के अन्तर्गत आगंनबाडी केन्द्र पटना खास से किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि उम्र की हिसाब से बच्चे का वजन कम या ज्यादा है तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। सही वजन बच्चों को स्वस्थ रखने के साथ साथ कई बीमारियों से भी दूर रखता है। इसलिए उम्र के मुताबिक सही वजन की जानकारी होना बेहद आवश्यक है। जन्म के समय जिन बच्चों का वजन 2 किलो ग्राम से कम रहता है उन बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसकी वजह से संक्रमण तेजी से फैलता है एवं कई प्रकार के रोगों से बच्चे को खतरा बना रहता है। सामान्य स्थिति जन्म के समय ढाई किलोग्राम से लेकर साढ़े तीन किलोग्राम तक के वजन वाले बच्चों को स्वस्थ माना जाता है। जिलाधिकारी ने आम जनमानस से अपील किया है कि प्रत्येक कम से कम एक कुपोषित बच्चे को कुपोषण से बाहर निकालने का योगदान करें। कहा कि बच्चों में कुपोषण की व्यापकता छह माह से दो वर्ष के मध्य तेजी से बढ़ती है। दरअसल छह माह के बाद प्रत्येक बच्चे को सही पोषण के लिये मां के दूध के अलावा पूरक अहार की भी जरूरत होती है। इस अवधि में शिशु को डायरिया और निमोनिया का खतरा अधिक होता है। ऐसे में बच्चा सुपोषित होता है तो उसकी प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी।आगंनवाडी केन्द्र पटना खास में जिलाधिकारी ने अपने सामने कई बच्चों का वजन कराया। जिलाधिकारी द्वारा अंशिका पुत्री दिनेश आयु 3 वर्ष वजन 11.60 किलो ग्राम, प्रतिमा पुत्री साधु आयु 2 वर्ष 9 माह वजन 9.90 किलोग्राम, रचना पुत्री दिनेश आयु 1 माह वजन 2.00 किलो ग्राम का वजन किया गया। रचना का वजन अत्यधिक कम होने के कारण जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देष दिया गया कि बच्चे को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराते हुए समुचित इलाज कराया जायेगा । तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा आंगनबाडी केन्द्र सलारपुर में आयोजित वजन दिवस कार्यक्रम का अनुश्रवण किया गया। आगंनबाड़ी कार्यकत्री शास्त्री सिंह द्वारा कई बच्चों के साथ केन्द्र पर उपस्थित थीं, कार्यकत्री द्वारा एक बच्चे का नाम सही से न बताए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये गये कि शास्त्री सिंह, आ0बा0 कार्यकत्री को कठोर चेतावनी निर्गत करें तथा कार्यकत्री को निर्देश दिया गया कि शत्प्रतिशत बच्चों का वजन एवं गृहभ्रमण करें। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने भंगही आगंनबाडी केन्द्र में बच्चों का वजन अपने समक्ष कराया तथा आगंनबाडी केन्द्र की जर्जर भवन की मरम्मत हेतु प्रस्ताव भेजने हेतु बाल विकास परियोजना अधिकारी, हरिहरपुररानी को निर्देशित किया।
