VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – नगर के जींद रोड पर स्थित श्री गौशाला एसोसिएशन के तत्वावधान में गौशाला प्रांगण में गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस पर्व को लेकर काफी तादाद में श्रृद्धालुगण गौशाला परिसर पहुंचे और गौमाता की अराधना की। वहीं गौशाला एसोसिएशन द्वारा एक विशाल हवन का आयोजन किया गया। हवन में बतौर मुख्यातिथि हरियाणा गौसेवा आयोग के सदस्य श्रवण गर्ग तथा मुख्य यजमान के तौर पर गौशाला एसोसिएशन के प्रधान शिवचरण कंसल ने शिरकत की। आर्य समाज सफीदों के वासुमित्र के सानिध्य में आयोजित इस हवन में श्रद्धालुओं ने अपनी आहुति डाली। हवन के उपरांत श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि श्रवण गर्ग ने कहा कि सम्त्य सनातन धर्म में गौमाता पूजनीय व वंदनीय है। गोपाष्टमी के दिन से ही भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण ने मात्र 6 वर्ष की आयु से ही गायों को चराना शुरू किया था। इसके अलावा कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से सप्तमी तक श्री कृष्ण ने गोप-गोपियों की भयंकर वर्षा से रक्षा हेतु गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर धारण किया था। अष्टमी के ही दिन देवराज इंद्र ने श्री कृष्ण से क्षमा मांगते हुए वर्षा को बंद किया था। तदोपरांत मां कामधेनु गाय ने अपने दूध से श्री कृष्ण का अभिषेक किया था। श्रवण गर्ग ने कहा कि वैसे भी सनातन धर्म में अष्टमी तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। वह चाहे नवरात्रों में मां दुर्गा की 7 दिनों की पूजा आराधना के पश्चात की अष्टमी हो या गोपाष्टमी। गाय की पूजा व सेवा करने से सर्वकल्याण होता है। वैज्ञानिक दृष्टि से भी गाय को महत्वपूर्ण माना गया है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे अपने जीवन में पंचगव्य पदार्थों का उपयोग अवश्य करें। इस अवसर पर प्रमुख्ख रूप से शिवचरण कंसल, पवन सिंगला, संजय देशवाल, बृजमोहन तायल, वजिंद्र मलिक, भरत सिंह सैनी, कमल मंगला, विकास मंगला, श्रवण गोयल, ईश्वर शर्मा, सुभाष जैन, ललित मित्तल, हरीश शर्मा, निशांत कंसल, सुरेंद्र गर्ग, जसमेर शर्मा, सुभाष चंद्र, विकास जैन, विनोद कंसल व हुकम चंद गोयल सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।
