VS News India | Jind :- हरियाणा राज्य बाल आयोग के सदस्य नरेश जागलान ने कहा कि नशा करने वाले, अनाथ, बच्चों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए कांउसलिंग महत्वपूर्ण साधन है। अच्छा कांउसलर वही होता है, जो बच्चे की भावना को भली भान्ति समझकर उसकी समस्या का समाधान करने में सफल हो जाता है। श्री नरेश जागलान ने यह बात उपायुक्त कॉलोनी स्थित कलाम बाल आश्रम में कांउसलिंग प्रशिक्षण सत्र में बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि कांउसलिंग एक ऐसा माध्यम है,जिसके द्वारा पथ विमुख हुए व्यक्ति को सही रास्ता दिखाने का काम किया जा सकता है। उन्होंने बैठक में मौजुद अधिकारियों/कर्मचारियों से कहा कि हालां कि कई अधिकारियों का काम कांउसलिंग करने का काम नही होता है। फिर भी वे डयूटी से हटकर समाज सेवा की भावना से ऐसे बच्चों को अपने सकारात्मक अनुभव के हिसाब से मार्ग दर्शन करें। उन्होंने यह भी कहा कि कांउसंलिग करते-करते कई बार कांउसलर भी तनावग्रस्त हो जाते है, ऐसे में कांउसलरों को भी समय-समय पर कांउसंलिंग करवाते रहना चाहिए ।

सत्र में मौजूद स्टाफ के सभी सदस्यों को नरेश जागलान द्वारा उत्पिड़त बच्चों की कांउसलिंग करने के बारे में विस्तार से बताया गया और चाईल्ड केयर संस्थान के बारे में विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन नरेन्द्र अत्री द्वारा ओपन एंडिड व क्लोज एंडिड के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई और साथ ही जिला बाल संरक्षण ईकाइर्, कलाम बाल आश्रम, चाईल्ड लाईन परिवार पर्रामर्श केन्द्र, बाल कलाम समिति से सम्बन्धित कार्य प्रणाली पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुजाता,बाल कल्याण परिषद की सदस्य ललीता व कुशम,सीसीआई की अधीक्षक शान्ती देवी,चाईल्ड लाईन की कॉडिनेटर संतोष देवी,एनजीओ की संगीता शर्मा,नरेश कुमार,जॉनी नरवाल,विजय गोदारा,ममता, सीमा, महेश, भी मौजूद रही।

