VS News India | Sanjay Kumar : – कैथल से चल कर सिंधु बॉर्डर पर जाने वाले किसानों के जत्थे का सफीदों के खानसर चौक किसान यूनियन के सदस्यों ने पर बहुत जोरशोर से स्वागत किया गया. किसान नेता गुरुनाम सिंह चढुनी को फूलमाला पहना कर केंद्र की सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई. किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढुनी ने कहा कि मनुष्य की उसकी आत्मा सदा के लिए रहती है लेकिन बीजेपी वालों की तो तीनों कानूनों को लेकर बिल्कुल आत्मा मर चुकी है. पिछले 8 महीने से किसान बॉर्डर पर बैठे हुए हैं लेकिन बीजेपी अपनी हठधर्मिता पर है और किसानों की मांग मानने के लिए बिल्कुल भी मानने तैयार नहीं है.

किसान आन्दोलन के दौरान 600 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं लेकिन किसानों ने भी तीनो काले कानून के रद्द होने तक बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेंगे. गुरनाम सिंह धोनी ने कहा कि अब हर सप्ताह में अलग-अलग गांव से किसानों के जत्थे निकाले जाएंगे. बुड्ढा खेड़ा गांव से गांव की मिट्टी और पानी लेकर एक जत्था रवाना हुआ है. गांव रताखेड़ा से एक युवा बॉर्डर कावड़ लेकर रवाना हुए. भाजपा की तिरंगा यात्रा के बारे में गुरुनाम सिंह चढुनी ने कहा कि तिरंगें का सम्मान किसानों से पूछो जिनके बेटों की लाशें तिरंगे में लिपट कर आती हैं. तीन काले कानून केंद्र सरकार की मोदी सरकार ने पूंजीपतियों से पैसे लेकर बनाये हैं, जिससे किसानों को ही नहीं देश की आम जनता को भी नुकसान होने जा रहा है. इन्ही पूंजीपतियों ने किसानों से सेब को 25 रूपये में खरीद कर 250 में बेच रहें हैं. इस मौके पर गगनदीप, इकबाल सिंह, आजाद पालवा जिलाध्यक्ष भाकियू चढुनी ग्रुप आदि मौजूद रहे.
