VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – देश में अनेक जगह बढ़ रहे बर्ड फ्लू के प्रकोप को देखते हुए इस इलाके के कुक्कुट परिसरों में एहतियात के तौर पर बाहर के व्यक्तियों व वाहनों के प्रवेश पर नजर कड़ी कर दी गई है। पशुपालन विभाग ने कुक्कुट परिसरों के मालिकों को जारी निर्देश में स्पष्ट किया है कि वे उनके परिसरों में प्रवेश करने वाले हर वाहन व व्यक्ति की साफ सफाई की व्यवस्था करें। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जिला भर के सभी पोल्ट्री फार्मों के मालिकों को निर्देश जारी किया गया है कि वे अपने फार्म के प्रवेश द्वार पर लाल दवाई व अन्य कीटनाशक तथा वायरसनाशक दवाओं की समुचित व्यवस्था करके यह सुनिश्चित करें कि हर व्यक्ति व वाहन इनसे होकर गुजरे। उन्हें बायोसिक्योरिटी के प्रबंध कायम रखने की हिदायत दी गई है। विभागीय सूत्रों ने हालांकि दावा किया कि अभी तक इस इलाके में किसी पशु की असामान्य मौत नहीं हुई है। लेकिन यह भी बताया कि बीते अक्टूबर माह में ही सरकारी लक्ष्य के तहत बर्ड फ्लू के 79 नमूने लिए गए थे, जो सभी नेगेटिव पाए गए थे। बता दें कि सफीदों उपमंडल उत्तर भारत का जानामाना पोल्ट्री हब है। जहां से पोल्ट्री के उत्पाद देश के अनेक राज्यों तथा विदेशों तक निर्यात किए जाते हैं। इस इलाके में डेढ़ सौ से अधिक पोल्ट्री फार्म हैं। जिनमें पोल्ट्री हैचरी, ब्रीडिंग व लेयर्स फार्म शामिल है। जहां 20 लाख से अधिक पशु होते हैं।
मरे मुर्गे ला सकते हैं आफत
सफीदों क्षेत्र में मरे मुर्गों को अनेक पोल्ट्री फार्मों के कारिंदे सड़कों, नदियों के किनारे व सुनसान जगहों पर फेंक रहे हैं। मांस बेचने वाले अनेक लोग भी पोल्ट्री फार्मों से निरंतर संपर्क में हैं। जो मरे मुर्गों को नाममात्र के दाम में खरीद कर अपने ढाबों पर ग्राहकों को परोसते हैं। यहां ना तो पशुओं के लिए लाइसेंसशुदा कत्लखाना ही नियमित है और ना ही मांस बेचने वालों पर कोई पाबंदी। ऐसी स्थिति में मरे मुर्गे इस इलाके में कभी भी बड़ी आफत का कारण बन सकते हैं।
