उपमंडल के गांव सहारनपुर में 20 दिन पहले हुए मर्डर के मामले की गुत्थी सीआईए सफीदों टीम ने सुलझा दी है। पोल्ट्री मालिक तेजवीर की हत्या का षड्यंत्र उसके सगे भाई हकीकत द्वारा ही रचा गया था। जिसने भाई की हत्या करवाने के लिए दो आरोपियों को 3 लाख रुपए कर सुपारी दी और हत्या करवादी। पूरे मामले का खुलासा करने के लिए आईपीएस अजीत शेखावत ने वीरवार को एक प्रेस वार्ता रखी। जिसमें उन्होंने पत्रकारों सेबात करते हुए बताया कि पुलिस ने हत्या के मामले में गांव साहनपुर निवासी मृतक तेजवीर के भाई हकीकतख्, सुपारी किलर यूपी के शामली जिला के उमरपुर निवासी हरिओम उर्फ लक्की,सफीदों के गांव सिंघाना निवासी सुनील उर्फ सीन्ना
को गिरफतार किया है। साथ ही पिस्तौल उपलब्ध करवाने के आरोपों में असंध के वार्ड नंबर 8 निवासी सुभम को भी गिरफतार किया है। जिन्हें कोर्ट में पेश करके फिलहाल दो दिन के रिमांड लिया गया है। साथ ही सीआईए टीम ने आरोपियों ने अवैध दो पिस्तौल, एक मैगजीन व 5 जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।

भाई की प्रापर्टी कब्जाने के लिए करवाई हत्या:-
आईपीएस अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि हकीकत की नजर भाई तेजवीर का पोल्ट्री फार्म व 8 एकड़ जमीन के साथ अन्य प्रापर्टी पर टीकी हुई थी। साथ ही एक साल पहले तेजबीर का एक महिला के प्रेम प्रसंग होने के चलते भी दोनों में अनबन रहती थी। दोनों में तू तू मैं मैं के साथ कई बार झगड़े भी हुए। जिसके चलते हकीकत ने महिला के परिवार को फसाने व भाई की प्रापर्टी कब्जाने की नियत से एक माह पहले अपने दोस्त गांव सिंघाना सुनील उर्फ सीना से संपर्क साधा और हत्या करने की योजना बनाई। जिसके बाद सुनील ने अपने दोस्त असंध निवासी सुभम से एक 32 बोर की अवैध पिस्तौल ली और साथ ही सुनील अपने दोस्त यूपी निवासी के साथ मिलकर 3 लाख रुपए में तेजबीर का मर्डर करने की सुपारी ली। हकीकत और आरोपी 5
दिन तक हत्या करने की रेकी लगाए हुए थे, जोकि सही समय और मौके की तलाश में थे। 17 दिसंबर 2020 को जब तेजवीर घर पर था तो उसके भाई हकीकत ने सुपारी किलर आरोपियों से फोन कर उसके बारे में सूचना दी। रेकी लगाए आरोपियों ने जब तेजबीर अपने पोल्ट्री फार्म से घर आ रहा था तो यूपी निवासी आरोपी हरिओम व सिंघाना निवासी सुनील ने बाइक पर आकर उसकी गोलियों मारकर हत्या कर दी।

हत्या के अगले दिन दिए सुपारी के दो लाख रुपए:-
आईपीएस अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि हत्या से अगले दिन ही भाई हकीकत द्वारा ने आरोपियों को गांव साहनपुर में बुलाकर सुपारी के दोलाख रुपए दिए और तेरहवी के एक दिन बाद 40,000 फिर दिए। पुलिस को भाई हकीकत पर पहले से ही सक था। क्योंकि हकीकत का क्रिमिनल रिकार्ड रहा है। 12 साल पहले भी आरोपी हकीकत ने गांव के ही यशपाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यशपाल के परिवार के साथ हकीकत के परिवार का एक दीवार को लेकर के झगड़ा चल रहा था। जिसके चलते 25 जनवरी 2018 की सायं झगड़े के दौरान हकीकत ने यशपाल की कनपटी गोली मारकर हत्या की थी। इस मामले में हकीकत ढाई साल की सजा काटने के बाद जेल से बाहर आया था। जिसके बाद उस पर बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट, सन 2019 में डीएसपी ऑफिस के बाहर आत्महत्या करने का भी प्रयास किया था। जिसमें पुलिस द्वारा उस पर 309 का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद 2020 में हकीकत व उसके दोस्त सुनील को अफीम के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इन सभ्भी मामलों में वह जमानत मिलने के बाद कोर्ट विचाराधीन है।
