VS News India | Jind : – उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार जिला में 15 अप्रैल से सरसों व 2० अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरु की जाएगी। किसान अपनी गेंहूं की फसल का पंजीकरण ऑनलाइन अवश्य करवा लें ताकि उन्हें अपनी फसल बेचने मेें किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। फसल लेकर मंडी में आने वाले किसान प्रशासन के दिशा-निर्देशों की अनुपालन करें तथा मुंह को मास्क या कपड़े से ढक कर रखें। किसान मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष रूप से ध्यान रखें ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिला में मौजूदा समय में 2 लाख 15 हजार 5०० हैक्टेयर में गेहूं की बिजाई की गई है तथा 5 हजार हैक्टेयर मे सरसों की बिजाई की गई है। उन्होंने बताया कि जींद में 34 हजार हैक्टेयर में गेहूं की बिजाई की गई है। इसी प्रकार जुलाना में 27 हजार 5०० हैक्टेयर में , अलेवा में 19 हजार 5०० हैक्टेयर में, , नरवाना 51 हजार 5०० हैक्टेयर में, उचाना में 41 हजार 5०० हैक्टेयर में, सफीदों 23 हजार हैक्टेयर में तथा पिल्लूखेड़ा में 18 हजार 5०० हैक्टेयर में गेहूं की बिजाई की गई है। उन्होंने आगे बताया कि जिला में 5 हजार हैक्टेयर में सरसों की बिजाई की गई है। जींद में 16 सौ हैक्टेयर, जुलाना में 13 सौ हैक्टेयर, अलेवा में 25० हैक्टेयर, नरवाना में 5०० हैक्टेयर, उचाना में एक हजार हैक्टेयर, सफीदों में दो सौ हैक्टेयर तथा पिल्लूखेड़ा में 15० हैक्टेयर में सरसों की बिजाई की गई है। उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए गेंहूं की फसल का पंजीकरण किया जा रहा है, ताकि उन्हें अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार परेशानी न हो। अब तक मेरी फसल मेरा ब्योरा के अंतर्गत 9932 का पंजीकरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि गेहूं की खरीद केवल पंजीकृत किसानों से की जाएगी, इसलिए किसान 19 अप्रैल तक अपना पंजीकरण फसलएचआरवाईडॉटइन (fasalhry.in) पोर्टल पर स्वयं या संबंधित सीएससी सैंटर से अवश्य करवा लें। उन्होंने बताया कि पहले से बनाए गए खरीद केंद्रों के अतिरिक्त सरकार द्वारा अन्य जगह भी चिन्हित की जा रही है। पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को उनके पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर गेहूं खरीद का मैसेज भेजा जाएगा जिसमें गेहूं बेचने हेतू संबंधित मंडी, दिनांक व समय का ब्यौरा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसान उसी निर्धारित दिन व समय पर निर्धारित मंडी में अपने फसल लेकर जा सकता है।
