VS News India | Vinay Balmiki | Shravasti : – दिन भर ताजियों की जियारत, आशूरा का रोजा और नवाफिल पढ़ने का दौर। ये आलम था मंगलवार को ताजियों को विभिन्न कर्बलाओं में सुपुर्दे खाक करने से पहले का। हजरत इमाम हुसैन (रजि0) की याद में मंगलवार की शाम मातमी माहौल में ताजिये सुपुर्दे खाक कर दिये गये। हजारों अकीदतमंदों ने नम आंखों से ताजियों को विदा किया। इससे पहले मंगलवार को सुबह ताजिये गश्त पर निकले गश्त के दौरान मर्सिया पढ़ी गई, जिसमें कर्बला के मैदान में हजरत इमाम हुसैन और उनके जांनिसारों के साथ यजीदी फौजों द्वारा किये गये जुल्म की दास्तान सुनकर अकीदतमंद अपने आसु नहीं रोक पाए। लोगों ने ताजियों के समक्ष अपनी मन्नतें मांगी तथा खोपरे, छुआरों से बने सहरे पतासा, मखाना आदि की शीरनी चढाई विभिन्न स्थानों पर सबील, हलीम और खीर का वितरण किया गया। भिनगा नगर में रजा नगर मुहल्ले से ताजिये का जुलूश निकाला गया। जिसे पुरानी बाजार के रास्ते इंटर कालेज मैदान तक ले जाया गया। वहां से नई बाजार के रास्ते वापसी करते हुए भिनगा नगर की ईदगाह में ताजिये को सुपुर्दे खाक किया गया। इस दौरान डीएम और एसपी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। इसी प्रकार समूचे जिले में मातमी माहौल में ताजिये सुपुर्दे खाक किये गए।
