VS News India | Jind : – जींद 10 सितम्बर कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए स्वयं सहायता समूह जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मजबूती से सहयोग कर रहे है। जिला के 52 ऐसे स्वयं सहायता समूह हैं,जो कोरोना काल में लोगों को सस्ते दामों में मास्क उपलब्ध करवाकर जन सेवा का परिचय दे रहे है। इन समूहों द्वारा अब तक एक लाख 7००4० मास्क तैयार किये जा चुके है। जिनको लोगों तक पंहुचाने का सिलसिला भी जारी है।उपायुक्त डॉ० आदित्य दहिया ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा जनसेवा की भावना से किये जा रहे कार्यो के सम्बंध में यह जानकारी देते हुए बताया कि जिला के अनेक स्वयं सहायता समूहशानदार काम कर रहे है। समय की मांग को देखते हुए कुछ स्वयं सहायता समूहों ने मास्क व सेनेटाईजर बनाने का निर्णय लिया है। यह स्वयं सहायता समूह बढिय़ा गुणवत्ता के मास्क व सेनेटाईजर तैयार कर लोगों तक पंहुचा रहे है ताकि कोई भी व्यक्ति मास्क व सेनेटाईजर के अभाव में कोरोना वायरस से संक्रमित न हो इन स्वयं सहायता समूहों ने मास्क व सेनेटाईजर के मूल्य भी बाजार की तुलना में काफी कम रखे हुए है। कई समूह तो ऐसे है, जो नो प्रोफिट-नो लॉस पर भी इस क्षेत्र में काम कर रहे है।उन्होंने बताया कि मास्क उत्पादन के क्षेत्र में जो 52 स्वयं सहायता समूह काम कर रहे है। उनमें 142 महिलाएं मास्क निर्माण कर रही है। इन महिलाओं ने अपने घरों में ही मास्क बनाने के लिए मशीने लगाई हुई है। इन समूहों द्वारा बढिय़ा गुणवत्ता के सूती कपड़े के मास्क तैयार करवाए जा रहे है। इन मास्कों को बेचने के लिए समय-समय पर बिक्री स्टाल भी जिला भर में आयोजित करवाए जा रहे है।

उन्होंने सेनेटाईजर के सम्बंध में बताया कि इसके उत्पादन में 22 स्वयं सहायता समुह जुटे हुए है। इन समूहों में शामिल 34 महिलाओं द्वारा 535० लीटर सेनेटाईजर तैयार किया जा चुका है। जिसमें से अब तक एक हजार 419 लीटर सेनेटाईजर की बिक्री सस्ती दरों पर की जा चुकी है। मास्क की बिक्री की बात की जाए तो अब तक इन स्वयं सहायता समूहों द्वारा एक लाख 45 हजार मास्क की बिक्री की जा चुकी है।फायदे के लिए नही, जनसेवा की भावना से बना रहे मास्क व सेनेटाईजर : मास्क व सेनेटाईजर बनाने वाले स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने बताया कि कोरोना वायरस को हराने के लिए हर व्यक्ति अपने स्तर पर राष्ट्र के प्रति अपना नैतिक कर्तव्य निभा रहा है। इसी सोच के साथ हमारे एसएसजी भी काम क रहे है। हर कार्य फायदे के लिए नही किया जाता । समय की मांग को देखते हुए मास्क व सेनेटाईजर तैयार कर नो प्रोफिट-नो लॉस पर लोगों तक पंहुचाने का काम किया जा रहा है। अगर एक भी व्यक्ति क ो कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में सफलता हासिल होती है तो हमारा लक्ष्य पूरा हो जाएगा ।
