VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – महाशिवरात्रि पर उपमंडल के बडौद गांव स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर के कपाट वीरवार को श्रद्धालुओं को बंद मिले। मंदिर के दरवाजे बंद दिखाए पडऩे पर क्षेत्रभर से आए श्रद्धालुओं में रोष देखने को मिला लेकिन बाद में श्रद्धालुओं के रोष को देखते हुए मंदिर प्रबंधन को कपाट खोलने पड़े। जब तक कपाट खुले सैंकडों लोग निराश होकर वापिस लौट चुके थे। गौरतलब है कि उपमंडल के बडौद गांव में ऐतिहासिक शिव मंदिर है। इस मंदिर में स्वयंभ्भू प्रकट शिव पिंडी विराजमान है। इस मंदिर से सफीदों ही नहीं अपितू दूर-दराज के क्षेत्रों से लोग यहां पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं की यहां इतनी अटूट आस्था है कि यहां जो भी मन्नत मांगी जाती है वह मन्नतें पूरी होती है। इसके अलावा इस शिव मंदिर में शिवभक्त हरिद्वार से कांवड़ लाकर यहां पर चढ़ाते हैं तथा वहां से लाए गंगाजल से शिव पिंडी का अभिषेक करते हैं। इसी को लेकर क्षेत्र के लोग वीरवार सुबह श्रद्धालुगण मंदिर में पहुंच गए लेकिन मंदिर गेट पर ताला लगा हुआ पाया गया। श्रद्धालुओं ने मंदिर के अंदर आवाजे लगाई लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। किसी ने बताया कि कोविड के कारण मंदिर बंद किया गया है। जिस पर श्रद्धालुओं ने कहा कि देशभर में बड़े-बड़े मंदिर ख्खुले हुए है और हजारों की तादाद में उन मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन करते हैं तो यहां पर इस महापर्व के मौके उन्हे भगवान शिव अभिषेक करने से क्यों महरूम रख्खा जा रहा है। काफी देर बाद भी जब मंदिर का गेट नहीं खुला तो ग्राम सरपंच दीपक राज को सूचना दी गई। सूचना पाकर ग्राम सरपंच मौके पर पहुंचे। काफी देर बार मंदिर को खोलने पर यह सहमति बनी की श्रद्धालुगण सोशल डिस्टेसिंग की पालना करते हुए शिव पिंडी पर जलाभिषेक करेंगे। उसके बाद मंदिर के कपाट खोल दिए गए और श्रद्धालुओं ने जलाभ्भिषेक किया। वैसे मंदिर में अपेक्षाकृत भीड़ बेहद कम थी और इस बार यहां पर मेले का भी आयोजन नहीं किया गया। दिनभर श्रद्धालुओं ने सादे तरीके से अपनी पूजा-अर्चना की तथा हरिद्वार से कावंड लेकर आए शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया।
