VS News India | Vinay Balmiki | Shravasti : – एक ओर जल की उपलब्धता को लेकर वर्तमान में भारत ही नहीं अपितु समूचा विश्व चिन्तित है। जल के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। कहना गलत न होगा कि मानव का अस्तित्व जल पर निर्भर करता है। पृथ्वी पर कुल जल का अढ़ाई प्रतिशत भाग ही पीने के योग्य है। अगर देखा जाए तो इनमें से 89 प्रतिशत पानी कृषि कार्यों एवं 6 प्रतिशत पानी उद्योग कार्यों पर खर्च हो जाता है। महज शेष 5 प्रतिशत पानी ही पेयजल पर खर्च होता है। ऐसे में जल की बर्बादी निश्चित ही चिंता का विषय है। भिनगा नगर में वाल्मीकि मोहल्ले के पास स्थित बड़ी पानी टंकी के पास दो महीने से पाइप टूटा हुआ है। जिसे पीने का पानी सड़क पर बहता है। ऐसा लगता है कि टूटे पाइप को सही कराने के लिए नगर पालिका प्रशासन के पास न तो समय है और न ही धन।

