VS News India | Rahul Kariwal | Karnal : – 13 जुलाई 2019 को प.चिरंजी लाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय करनाल में कार्यरत सभी एक्सटेंशन लेक्चरर की मीटिंग रखी गई, जिसकी अध्यक्षता स्टेट वाईस प्रेसिडेंट डॉ. चरण सिंह ग्रोवर ने की।मीटिंग का प्रमुख एजेंडा यह था कि सरकार जो एडिड कॉलेजो के स्टाफ़ को मर्ज करके सरकारी महाविद्यालयों में लाना चाहती है वो आने वाली पीढ़ी व एक्सटेंशन लेक्चरर की जॉब कर रहे सभी लोगों के लिये घातक साबित होगी। अभी हाल ही में सरकारी महाविद्यालयों में कुल 4617 पोस्ट सैंक्शन है जबकि रेगुलर 3008 और एक्सटेंशन लेक्चरर 2200 के लगभग काम कार्यरत है, तो कुल वर्कलोड 6537 का है।इसी प्रकार एडिड महाविद्यालयों में लगभग 2200 लोग ऐसे है जो सरकारी महाविद्यालयों में सरकार के फैसले से मर्ज हो जाएंगे।अगर ऐसा हुआ तो एक तरफ़ तो एक्सटेंशन लेक्चरर की जॉब चली जायेगी क्योंकि एक्सटेंशन लेक्चरर के स्थान पर ही ये एडिड स्टाफ़ मर्ज होगा।तो दूसरी और लगभग 2200 सैंक्शन पोस्ट जो एडिड महाविद्यालयों की है वो खत्म हो जायेगी, जिससे आने वाले कम से कम 10 सालो तक महाविद्यालयों में कोई भी भर्ती होने मुश्किल है।दूसरा जो बच्चे अब नेट,पीएचडी की तैयारी कर रहे है उनके लिए 10सालो तक कोई जॉब नही होगी।जिससे प्रदेश में बेरोजगारी और भी बढ़ेगी। आगे प्रोफेसर ग्रोवर ने बताया कि सरकार के इस कदम से सबका साथ सबका विकास का जो नारा है उस पर भी चोट लगेगी क्योंकि एडिड महाविद्यालयों के स्टाफ के सरकारी महाविद्यालयों में आ जाने से एडिड महाविद्यालयों की हालत बहुत बुरी हो जाएगी वहाँ पर पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई महंगी हो जाएगी, अथार्त बहुत से गरीब बच्चे पैसों के अभाव में पढ़ नही पाएंगे।जिस मैनेजमेंट को हमारे बुजुर्गो ने बहुत मेहनत से खड़ा करके अपने बच्चों को पढ़ाने का जो सपना सँजोया था वो खत्म हो जाएगा। अर्थात सरकार का यह कदम आने वाली पढ़ी लिखी पीढ़ी के लिए बहुत ही घातक साबित होने वाला है।मीटिंग में सभी एक्सटेंशन लेक्चरर ने इस बात की सहमति भी प्रकट की व सरकार से मांग की,कि वो इस प्रकार से कदम ने उठाये जिससे जॉब और शिक्षा दोनों ही खत्म हो।अर्थात “सबका साथ सबका विकास”का जो सरकार का नारा है उस नारे को यहाँ भी लागू किया जाए।इस मौके पर रेखा तंवर, मनमीत कौर, गुरदेव सिंह, विकास, प्रीति, कोमल सहित सभी एक्सटेंशन लेक्चरर मौजूद रहे।
