VS News India | Rahul Pal | Kaithal: -गुरुकुल तक्षशिला में आयोजित हुआ दिव्यांग जागृत सम्मेलन। बतौर मुख्य अतिथि पहुंची राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित भारत की प्रसिद्ध पैराओलंपिक खिलाड़ी डॉ दीपा मलिक वह उनकी बेटी देविका मलिक। गांव अहमदपूर स्थित गुरुकुल तक्षशिला के प्रांगण में दिव्यांग जागृति सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ हवन यज्ञ के द्वारा किया गया। गुरुकुल के बैंड व पुष्प वर्षा द्वारा मुख्य अतिथि का जोरदार स्वागत किया गया। पैराओलंपिक 2016 में शॉटपुट में मैडल जीत पूरे विश्व में भारत वर्ष का नाम रोशन करने वाली दीपा मलिक ने जीवन की विषम परिस्थितियों मे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली दीपा मलिक ने सम्मेलन में पहुंचे 25 गांव से लगभग 100 दिव्यांग जनों से मुलाकात करके रेडक्रॉस और सामाजिक कल्याण विभाग के माध्यम से सहायता उपलब्ध करवाना तथा दिव्यांगों के हित के लिए सरकारी योजना के बारे में जागृत किया साथ ही उन्हें सही इलाज और उपकरणों के बारे में भी अवगत कराया। उन्होने दिव्यांगों के प्रति नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदलने पर बल दिया व उनके सशक्तिकरण के लिए उन्हें खेलों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
सम्मेलन में आए हुए दिव्यांगों ने नृत्य व गायन करके अपनी प्रतिभा दिखाई तथा फरीदाबाद से आई टीम मानव रचना विश्वविद्यालय द्वारा नुक्कड़ नाटिका का मंचन किया गया। कार्यक्रम के समापन पर गुरुकुल के प्राचार्य डॉ संत कौशिक ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह तथा सत्यार्थ प्रकाश की प्रति भेंट कर उन्हे सम्मानित किया। इस अवसर पर गुरुकुल तक्षशिला के प्रधान ऋषि पाल गहलोत, डॉ सविता गहलोत, कृष्ण पाल आर्य, राम पाल आर्य, दलबीर सिंह लोहान, आचार्य प्रशासक राम मेहर वशिष्ठ, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के चेयरमैन पवन कौल, नरेंद्र सरपंच भैंसवाल रोहतक, ओमप्रकाश सरपंच खेड़ी साकड़ा, संजीव कुमार सरपंच सिकंदर खेड़ी डॉक्टर सविता शर्मा प्रोफेसर मानव रचना विश्वविद्यालय फरीदाबाद, जितेंद्र टाया गुरुकुल तक्षशिला के समस्त अध्यापक गण और ब्रह्मचारी उपस्थित रहे।
