VS News India | Sanjay Kumar | Safidon : – सफीदों नगर के बीचोबीच बहने वाली हांसी ब्रांच नहर में भारी मात्रा में मरे हुए मुर्गे बहकर आने का मामला सामने आया है। कोरोना महामारी के बीच इन मरे हुए मुर्गों को नहर में बहता हुआ आता देखकर लोगों में चिंताए पैदा होती देखी गई। इस मामले में नहरी विभाग के एसडीओ ने पुलिस में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। किसी ने नहर के पानी में मरे हुए मुर्गों को बहते हुए आता देखा। जिसके बाद लोगों ने मामले की सूचना स्थानीय एसडीएम मनदीप कुमार को दी। एसडीएम मनदीप कुमार ने मौके पर नहरी विभाग व पशुपालन विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजा। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नहर का मुआयना किया तो पाया कि नहर के पानी में चारो ओर मरे हुए मुर्गें तैरकर बहे जा रहे हैं।

अधिकारियों ने अंटा हैड से गांव रामपुरा तक की बुर्जी को चेक किया तो इस बुर्जी के पास मरे हुए मुर्गें इक_ा हुए दिखाई दिया।नहरी विभाग के एसडीओ धु्रव कुमार ने अज्ञात के खिलाफ शिकायत देकर कहा कि गांव अंटा हैड से हांसी ब्रांच नहर की आरडी 82, 000 तक मरे हुए जानवर व डैड पोल्ट्री बर्ड्स बिखरे हुए हैं। जो पानी के बहाव के साथ ऊपर से बहकरजींद बाईपास पुल से रामपुरा गांव की तरफ महल आरडी 82000 से आरडी 88000 के बीच अधिकतर जमा हो गए हैं, क्योंकि नहर में पानी की सप्लाई 13 मई की रात्रि को बंद हो गई थी। इस तरह के डेड पोल्ट्री बर्ड अज्ञात हैचरी वालों द्वारा बार-बार डाले जाते हैं, जिससे मानव जीवन खतरे में आ जाता है। उन्होंने कहा कि इस नहर का पानी आगे पेयजल के लिए डिग्गी आदि में भी सप्लाई किया जाता है और दूषित पानी पीने से लोग बीमार हो सकते हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 277 के तहत अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

क्या कहते हैं पशुपालन विभाग के अधिकारी
इस मामले में पशुपालन विभाग के डा. सुशील रोहिल्ला ने बताया कि हांसी ब्रांच नहर में मरे हुए मुर्गें आने की सूचना पाकर वे मौके पर गए थे। नहर से मुर्गें को निकालकर उसका सैंपल लिया गया है। सैंपल को जांच के लिए हिसार भेजा गया है। वहां से जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
