VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – गांव बहादुरगढ़ में सोमवार को जैविक खेती पर दो दर्जन जैविक किसानों की बैठक हुई। बैठक में कृषि वैज्ञानिक डॉ.सुभाषचंद्र पहुंचकर किसानों की समस्याएं सुनी। जिसमें जैविक उत्पादों, विशेषकर गेहूं व धान का सही रेट ना मिलने की समस्या अनेक किसानों ने रखी। इस मौके पर किसानों ने बताया कि जैविक उत्पादों की पैदावार अपेक्षाकृत कम होने व उत्पाद का अच्छा भाव ना मिलने से उन्हें निरंतर घाटा हो रहा है, यदि सरकार ने कोई व्यवस्था नही की तो उन्हें जैविक खेती से तौबा करनी होगी। जैविक खेती के अपने लम्बे अनुभवों को सफीदों के पूर्व पालिकाध्यक्ष रामेश्वर दास गुप्ता व हरियाणा गौसेवा आयोग के सदस्य श्रवण गर्ग ने भी इस मौके पर पहुंचकर किसानों की समस्या को सही बताया और किसानों को यकीन दिलाया कि मौजूदा सरकार जैविक किसानों के लिए बहुत कुछ करने वाली है। वहीं बैठक में हताश किसानों का हौसला 120 रुपए प्रति किलो के भाव से जैविक गुड़ बेच चुके जामनी गांव के राजेश व रिटोली के बलिंद्र ने बढ़ाया।
कृषि वैज्ञानिक डॉ.सुभाषचंद्र ने कहा कि वे अपने खेत में कई तरह की फसलें पैदा करें तो ग्राहक ज्यादा आकर्षित हो सकते हैं। किसानों ने गांव बहादुरगढ़ के किसान सूरजमल के फार्म में तैयार की जा रही केंचुआ खाद की इकाई को देख इसकी जानकारी ली। बैठक के बाद किसान के खेत के ईशान कोण में रामा तुलसी, श्यामा तुलसी, एलोविरा व गेंदा के पौधे मेहमानों ने रोपित किए। पिछले दो दशक में अब-तक विभिन्न किश्मों के करीब आठ लाख पौधे तैयार कर निशुल्क रोपित करवा चुके पर्यावरण मित्र दलबीर रजाना, उनकी पत्नि व तीन बेटियों के अप्रत्यक्ष योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
