VS News India | Reporter – Vinay Balmiki | Shravasti : – श्रेष्ठश्रम को साधना और समर्पण वृद्धि की जोड़ मिले तो समाज में नि:संदेह समृद्धि होगी। श्रम से अर्थोत्पादन होता है और अर्थ ही इच्छापूर्ति का साधन है। श्रम ही यज्ञ है साधन और अनुसंधान उसके उपचार है। कुशलता इस साधन की उपलब्धि है। भगवान विश्वकर्माजी ने अपने श्रेष्ठ कार्यों के द्वारा श्रम को सार्थक बनाया है। ऐसे भगवान विश्वकर्माजी की जयंती संस्कारधानी सहित पूरे श्रावस्ती में धूमधाम से मनाई गई। सुबह से ही जगह-जगह भगवान विश्वकर्मा की पूजा शुरू हो गई। विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर जिले के सभी प्रतिष्ठानों में पूजा-पाठ व हवन किया गया। भिनगा नगर में सन्तोषी माता मंदिर के निकट विश्वकर्मा समाज द्वारा पांडाल लगाकर भव्य तरीके से आदि शिल्पी का जन्मोत्सव मनाया गया। यहां कार्यक्रम में नगर पूर्व सांसद दद्दन मिश्रा व पालिका अध्यक्ष अजय आर्य ने भी शिरकत की। इसके अलावा पुलिस लाइन, फायर सर्विस , पावर हाउस सहित जिले में कई स्थानों विश्वकर्मा पूजा के साथ ही भंडारे का आयोजन किया गया। इसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
