VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – पुलिस सीआईए पुलिस ने बैक कर्मचारी से एक लाख तीन हजार की लूट करने व दुकानदार को गोली मारकर लूट का प्रयास करने वाले आरोपियों को गिरफतार किया है। आरोपियों कि पहचान सिंघपुरा निवासी आरोपी हैपी, गांव कारखाना निवासी राहुल व सुनील उर्फ शिलु वासी कालवा के रूप में हुई है। जिन्हें शुक्र्रवार को कोर्ट में पेश करके कई मामलों में शामिल तप्तीश किया गया है। सीआईए इंचार्ज निरीक्षक दीपक कुमार की टीम हाट रोड पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान उक्त तीनों युुवक किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। जिनकी सीआईए टीम सफीदों द्वारा तलाशी लिए जाने के बाद एक अवैध कट्टा व चार जिंदा कारतूस बरामद हुए। जिनके ख्ख्खिलाफ केस दर्ज करके पूछताछ की गई तो आरोपियों ने कई वारदातें कबूल की।
सीआईए सफीदों इंचार्ज निरीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि सीआईए सफीदों की टीम 17 दिसंबर को गश्त पर थी। सीआईए उप निरीक्षक विनोद कुमार को गुप्त सूचना मिली कि हाट रोड नहर पुल के पास तीन नौजवान लड़के मोटर साईकिल पर सवार होकर किसी वारदात को अंजाम देने की नियत से खडे हैं। जिस सूचना पर टीम ने तुरंत मौके पर पहुंच कर उक्त तीनों को तलाशी ली गई तो, उसके कब्जे से एक पिस्तौल नाजायज 315 बोर व 4 कारतूस जिंदा बरामद होने पर थाना सदर सफीदों में शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया करवाया गया।
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि उन्होने दिनांक 25 जून 2020 की दोपहर 2 बजे बालुजा होटल सफीदों के पास बंधक बैंक के कर्मचारी को से एक लाख तीन हजार रुपए की लूट की थी और 10 सिंतबर 2020 को घोड़ापुली पर करियाणा के दुकानदार रोहताश से लूट के इरादे से गोली मारकर घायल किया था। जिसमें वह असफल रहे थे और गोली मारकर मोटर साईकिल पर सवार होकर मौके से भाग गए थे। साथ ही उन्होंने पानीपत और गोहाना के बीच एक गऊशाला के नजदीक से एक मोटरसाईकिल सप्लैंडर छीन ली थी। आरोपी हैप्पी ने अपने साथी संदीप के साथ मिलकर भिलवाडा (राजस्थान ) में एक व्यक्ति की गला दबा कर हत्या कर दी थी।
जिस मुकदमें में इनकी जमानत हो गई थी। सीआईए सफीदों इंचार्ज दीपक कुमार ने बताया कि ये तीनों आरोपी रवि वासी जागसी के कहने पर काम करते हैं रवि वासी जागसी ने ही इन्हे वारदात करने के लिए पिस्तोल व कारतूस दिए हुए हैं। रवि पर पुलिस महानिदेशक हरियाणा की तरफ से 25 हजार रुपए का इनाम भी रखा हुआ है।
आईपीएस अधिकारी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपी हैपी बैंक कर्मचारी मनीष से लोन का लेन-देन करता था, उसे पता था कि मनीष पैसे एकत्रित करता है। इसलिए हैप्पी और अन्य आरोपियों ने 25 जून को पहले नहर पुलिस ने बिडें तैयार करवाए और उसके बाद लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया था। जिनको अदालत के आदेश पर कोविड-19 की अनुपालना में हिसार जेल भेज दिया गया है।
