VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – हरियाणा सरकार में हज कमेटी के सदस्य अकबर खान राणा ने कहा कि देश ही नहीं पूरे विश्व में व्याप्त कोरोना जैसी महामारी से लडऩे में मुस्लिम समाज को भी अपनी आहुति डालनी चाहिए। इस बीमारी के लिए अभी तक कोई दवा इजाद नहीं हुई है और इस बीमारी से केवल बचाव के तरीके अपनाकर ही लड़ा जा सकता है। यह शब्द उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते समय कहें। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को इस विकट स्थिति में मस्जिदों में जाने से बचना चाहिए और घर में ही नमाज अदा करनी चाहिए। कोरोना आज महामारी का रूप ले चुकी है और संपर्क के माध्यम से ही यह बीमारी आगे से आगे फैल रही है। अगर मस्जिदों में जाकर नमाज अता की जाएगी तो वहां भीड़ एकत्रित होगी और भीड़ एकत्रिकरण से बीमारी के अधिक फैलनेे का अंदेशा बना रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत ने इस बीमारी पर काफी कंट्रोल किया है। यह कंट्रोल आगे भी जारी रहे इसके लिए हम सबको सरकार का सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी आपस में मेल मिलाप करने, हाथ मिलाने या गले मिलने से पूरी तरह से परहेज करें। अगर हम सब बचाव रखेंगे तो भारत इस बीमारी पर जल्द ही फतेह हासिल कर लेगा। इसके साथ-साथ हमें सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को ध्यान में रखकर चलना होगा। इस्लाम में भी कहा गया है कि इंसान खुद किसी इंसान की जिंदगी को खतरे में नहीं डाल सकता। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे इस बीमारी से घबराहट ना बनाएं और ना समाज में कोई अफवाह फैलाएं। उन्होंने लोगों से रविवार को जनता कफ्र्यू में अधिक से अधिक भाग लेने की अपील की।
