VS News India | Vinay Balmiki | Shravasti : – जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री जल संचय योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत ताल, पोखरों को उनके वास्तविक स्वरूप में लाया जाएगा। शनिवार को डीएम और सीडीओ ने पतिझिया गांव के निकट स्थित तालाब में श्रमदान कर योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने लोगो को जलसंचय की शपथ भी दिलाई।डीएम ओम प्रकाश आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। सिचाई के लिए पानी की किल्लत न हो, इसके लिए ताल, पोखरों को जीवित करना जरूरी है। बारिश के पानी को प्राकृतिक जलाशय अथवा कृत्रिम टैंकों में एकत्र कर हम जल संरक्षण कर सकते हैं।सीडीओ अवनीश रॉय ने बताया कि तालाब को वास्तविक स्वरूप में जीवित किया जाएगा। घरेलू, औद्योगिक व कृषि संबंधी कार्य के लिए पानी की मांग बढ़ रही है। इसे पूरा करने के लिए जल संचयन जरूरी है। जल एक ऐसी संपदा है जिसका तकनीकी प्रक्रिया से जब चाहें तब उत्पादन या संचयन नहीं कर सकते हैं।

