VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – परमहंस श्री योग दरबार कुटिया शांत सरोवर के तत्वाधान में श्री योग शब्दानंद महाराज के आशीर्वाद एवं स्वामीअनुभवानंद महाराज की असीम कृपा से 26वां वार्षिक सत्संग समारोह रविवार को नगर की महाराजा शूरसैनी धर्मशाला में धूमधाम से मनाया गया। सत्संग में संत सुखदेवानंद महाराज का सानिध्य प्राप्त प्राप्त हुआ। इस मौके पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य एडवोकेट विजयपाल सिंह व युवा भाजपा नेता अशोक आर्य ने बतौर अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में अनेक धार्मिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। अपने संबोधन में संत सुखदेवानंद महाराज ने कहा मनुष्य को काम, क्रोध, लोभ व मोह का त्यागकर करके सच्चाई और सादगी भरा जीवन जीना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम की महिमा अपरंपार है और राम से बड़ा कोई नाम नहीं है। जीवन का आधार ही राम नाम है। राम सिर्फ एक नाम नहीं है बल्कि सबसे बड़ा मंत्र है। राम नाम की महिमा तो यह है की सदाशिव भोले शंकर भी राम नाम जपते रहते हैं। उन्होंने कहा कि राम से बड़ा कृपालु तो संसार में कोई नहीं है। राम नाम जपने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं और मन में विश्वास की भ्भावना पैदा होती है। सुमिरन, सत्संग और सेवा जैसे कार्य करने से मनुष्य जन्म सफल हो सकता है। भजन व सुमिरन सदा लाभ देने वाला ही होता है। हमें सत्संग, सुमिरन और सेवा में कभी विलंब नहीं करना चाहिए। मनुष्य जीवन के उद्धार का यही एक सरल साधन है। भगवान का स्मरण मैं दोपहर में करूंगा, शाम को करूंगा और कल करूंगा कहने वाले केवल अपने आपको धोखा देते हैं। भगवान का नाम लेने के लिए तिथि और बार का कोई महत्व नहीं होता है। भगवान स्मरण का मौका जब मिल जाए उसे छोडऩा नहीं चाहिए। भगवान स्मरण के लिए कोई मुहूर्त नहीं होता है। भगवान का नाम निरंतर नहीं लिया जा सके तो कम से कम नियमित लेना चाहिए। इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रधान डा. रामचंद्र माटा, ताराचंद भाटिया, सक्षम भाटिया, सरोज भाटिया, अरविंद शर्मा, पंकज भाटिया, रामेश्वर दास गुप्ता व डा. राजेंद्र भाटिया, नितिन पाहवा, टेकचंद बवेजा व चेतनदास भाटिया सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।
