VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – उपमंडल के गांव छाप्पर स्थित श्री गुरु रविदास आश्रम में संत निरंजन दास महाराज की पुण्य स्मृति एवं संत रामानंद महाराज के शहीदी दिवस पर कीर्तन एवं भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर आश्रम के संचालक धनपत दास महाराज व गण्यमान्य लोगों ने संतो को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। धनपत दास महाराज ने कहा कि सच्चा संत वही है, जो सहज भाव से विचार करे और आचरण करे। हर हाल में उसकी वाणी मधुर, व्यवहार संयमशील और चरित्र प्रभावशाली होना चाहिए। सच्चा संत सभी के प्रति निरपेक्ष और समान भाव रखता है, क्योंकि सच्चा संत, हर इंसान में भगवान को ही देखता है, उसकी नजर में हर व्यक्ति में भगवान वास करते हैं, इसलिए उस पर किसी भी तरह के व्यवहार का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। साधु प्रेम-भाव का भूखा होता है, वह धन का भूखा नहीं होता। ईश्वर के उद्देश्यों और भावनाओं से जुड़ा हुआ संत ही सच्चा संत है। इस मौके पर प्रमुख रूप से कृष्ण, प्रेम सिंह, चंद्र नंबरदार, सुखबीर सिंह, चांदरूप, जगरूप, बसंता, अनशु, धन्ना व नरेश मौजूद थे।
