VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – सफीदों के एक वार्ड में किशोरी द्वारा अपने ही घर में पंखे पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को लेने से मना कर दिया। आक्रोशित परिजनों की मांग थी कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाएगी, तब तक वे शव को लेकर नहीं जाएंगे। करीब दो घंटे की जद्दोजहद के बाद आईपीएस अधिकारी अजीत सिंह शेखावत के समझाए जाने के बाद परिजन शव को लेकर गए और उन्होने मृतिका किशोरी के मामा के गांव रामपुरा में दफनाया।
गौरतलब है कि शव का नागरिक अस्पताल में सुबह करीब नौ बजे पोस्टमार्टम हो चुका था, लेकिन परिजन करीब 11 बजे तक भी शव को लेने के लिए तैयार नहीं हुए। परिजनों द्वारा शव लेने से मना करने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर आईपीएस अधिकारी अजीत सिंह शेखावत व थाना प्रभारी देवीलाल मौके पर पहुंचे। युवती की मां का रोते हुए कहना था कि मुझे सरकार व प्रशासन से मेरी बच्ची के लिए इंसाफ चाहिए।

जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, तब तक वे अपनी बेटी के शव को यहां से ले जाने वाले नहीं हैं। उसका कहना था कि आरोपियों ने उसकी बेटी को टॉर्चर, ब्लैकमेल व परेशान किया और इससे मेरी बेटी इतनी आहत व परेशान हो गई कि उसने आत्महत्या तक करने का फैसला कर लिया। बेटी इतनी परेशान थी कि उसने हमें किसी प्रकार से भी मौका नहीं दिया।
आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले तभी उनकी बेटी को इंसाफ मिलेगा और उसकी आत्मा को शांति मिलेगी। वहीं मृत्तक नाबालिग लड़की के मामा प्रवीन ने बताया इन युवकों और उनके परिवार के लोगों से तंग आकर ही उनकी भांजी ने यह कदम उठाया है। वे हर रोज उसे उठाकर ले जाने की धमकी देते थे तथा आते-जाते उसके साथ बदतमीजी करते थे।

प्रवीण का आरोप था कि इस घटना को घटित हुए
24 घंटे बीत ख्चुके हैं, लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रवीन ने बताया कि उसकी बहन तलाकशुदा है और वह अपने दो बच्चों के साथ रह रही है। मौहल्ले के ही लड़के राहुल तथा गौरव उसकी भांजी को परेशान करते थे। ईद के चलते उसका बेटा जाहिद मिठाई देने के लिए अपनी बुआ के पास जा रहा था। उस दौरान दोनों युवक उसकी भांजी के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे। जब उनके लड़के ने विरोध जताया तो दोनों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की। उसका कहना था कि जब तक अपराधी पकड़े जाते तब तक वे शव को नहीं लेंगे। नागरिक अस्पताल पहुंचे आईपीएस अजीत सिंह शेखावत का कहना था कि परिजनों को समझाया कि उन्हे पूरा न्याय प्राप्त होगा तथा जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे। उनके आश्वासन के बाद परिजन मान गए और उन्होंने शव को पोस्टमार्टम हाऊस से ले जाकर गांव रामपुरा में युवती को दफना दिया।

थाना प्रभारी देवीलाल का कहना था कि फिलहाल पुलिस ने मृतक लड़की के मां की शिकायत के आधार पर शिव कालोनी वासी राहुल, गौरव, उसके पिता जयचंद व उनकी मां और बहन के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले में पूरी गहनता से जांच कर रही है। युवती का डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया है। सीन ऑफ क्राइम टीम द्वारा भी मौके पर निरीक्षण किया गया है। जल्द ही जांच करके आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाऐंगी।
