VS News India | Reporter – Vinay Balmiki | Safidon : – श्रावस्ती। विकासखण्ड गिलौला के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय प्रहलादा का निरीक्षण जिलाधिकारी ओ0पी0 आर्य ने किया। शिक्षक उपस्थित पंजिका देखने पर पाया गया कि यंहा पर प्रभारी प्रधानाध्यापक पुुजारी पाठक, सहायक अध्यापक अश्वनी सिंह तथा अन्तिमा सिंह की तैनाती है जिसमें सहायक अध्यापिका प्रशिक्षण हेतु खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय गई थी। छात्र उपस्थित पंजिका का निरीक्षण करने पर ज्ञात हुआ कि यंहा पर कुल 45 बच्चे ही उपस्थित मिले। अधिकतर बच्चे यूनीफार्म में विद्यालय नही आये थे। आज मध्यान्ह भोजन में तहरी बनी हुई थी लेकिन सैम्पल नही रखा गया था। बच्चों का पठन पाठन का स्तर ठीक न होने के कारण प्रभारी प्रधानाध्यापक पुजारी पाठक से जवाब तलब के साथ ही वेतन रोकने का निर्देश दिया तथा उपस्थित सहायक अध्यापक अश्वनी सिंह को कड़ी फटकार लगाई शिक्षा के स्तर में सुधार लाने का निर्देश दिया। परिसर में ही संचालित आगंनवाडी केन्द्र का निरीक्षण किया, आगंनवाडी कार्यकत्री कृष्णावती अनुपस्थित मिली तथा आगंनवाडी सहायिका सुशीला उपस्थित मिली। आगंनवाड़ी केन्द्र में 40 बच्चे पंजीकृत है जिसके सापेक्ष केवल 04 बच्चे ही उपस्थित मिले, पोषाहार वितरण के बारे में जानकारी ली जिस पर पोषाहार की प्राप्ति व वितरण का पंजिका दुरूस्त नही मिली। इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुये जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा सिंह को आगंनवाड़ी कार्यकत्री से जवाब तलब के साथ ही कार्यवायी करने का निर्देश दिया। तदोपरान्त जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय कचनापुर का निरीक्षण किया। शिक्षक उपस्थित पंजिका देखने पर पाया गया कि यंहा पर प्रधान शिक्षक देवेन्द्र कुमार, सहायक अध्यापक रिचा सिंह तथा शिक्षामित्र गीता वर्मा की तैनाती है जिसमें प्रधान शिक्षक प्रशिक्षण हेतु खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय गये हुये थे। छात्र उपस्थित में कुल 30 छात्र उपस्थित मिले। शिक्षा की गुणवत्ता परखने के उद्देश्य से बच्चों से सामान्य ज्ञान के बारे में पूछा तथा गिनती व पहाड़ा पूछा जिस पर बच्चों द्वारा उत्तर नही दिया गया। इस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित अध्यापकों को एक महीना की मोहलत देते हुये निर्देश दिया कि बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लावें। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय गिलौला का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्टाक पंजिका, गार्ड फाइल, अवकाश पत्रावली सहित कई अभिलेखों का सूक्ष्मता के साथ निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान देखा गया कि कार्यालय में कई अध्यापकों द्वारा लिपिक का कार्य किया जा रहा है इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि जितने भी शिक्षकों को कार्यालय कार्य में सम्बद्ध किया गया है उनको तत्काल विद्यालयों में भेजना सुनिश्चत करें। वंही पर एन0पी0आर0सी0 मदन मोहन द्वारा लिपिक का कार्य किया जा रहा था जिस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि तत्काल कार्यमुक्त कर तैनाती स्थल पर भेजा जाये। खण्ड शिक्षा अधिकारी सभागार में चल रहे दो दिवसीय प्रशिक्षण में जिलाधिकारी ने उपस्थित अध्यापकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री जी ने जो हर बच्चे को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया है उसी के मद्देनजर बेसिक शिक्षा विभाग संकल्पबद्ध होकर अब तक शिक्षा से वंचित बच्चों का भी चिन्हाकंन कर उन्हे शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है ताकि नौनिहाल शिक्षा हासिल कर उच्चपदों पर आसीन हो और अपने घर के साथ-साथ समाज, जिला और प्रदेश का भी नाम रोशन कर सके। इसलिये सभी गुरूजनों का दायित्व बनता है कि अपना नैतिक दायित्व समझ कर बच्चों को शिक्षित करें तथा समाज में जो गुरूजनों का सम्मान है उसकों बरकरार रखें।निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अवनीश राय, अपर जिलाधिकारी योगानन्द पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा उपस्थित रहे।
