VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – वेदाचार्य दंडी स्वामी डा. निगमबोध तीर्थ महाराज के परम सानिध्य एवं बंधु सेवा संघ के तत्वाधान में नगर की पुरानी अनाज मंडी में चल रहे श्रीराम कृपा प्रेरणा उत्सव में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने मन से दूषित विचारों को त्याग कर प्रेम व करुणा को स्थान देना चाहिए। दूषित विचारों का विष्फोट बहुत भयानक होता है। त्रेता युग में एक मंथरा ने अपने दूषित विचारों से कैकीय का भ्रमित कर श्री राम को वन वास दिलवाया था। उस युग की एक मंथरा ही मंथरा थी अब तो हर गांव में 20 मंथरा मिल जायेंगी। ऐसी नारी को अपने घर में कभी प्रवेश नहीं करने देना चाहिए। प्रेम के धरातल से राम राज्य का निर्माण किया जा सकता है. जिसकी आँखों में क्रोध होता है उसे समीप होने पर भी भगवान के दर्शन नहीं होते हैं। अपनी सुविधा के लिए हमें अपने ईमान, सिद्धांत व संस्कारों को नहीं छोड़ना चाहिए। कथावाचक पूज्यपाद श्री काद्मगिरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामस्वरूपाचार्य महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा व्यक्ति को मर्यादापूर्वक जीवन जीने की कला सिखाती है।
फोटो . स्वामी रामस्वरूपाचार्य महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करते हुए श्रद्धालुगण।
