VS News India | Jind| : – हांसी रोड स्थित वन विभाग कार्यालय के पास रविवार रात पुलिस की अपराधी शाखा ने लूट की साजिश रचते तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से 315 बोर का कट्टा, कार और 30 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपी जुलाना निवासी सुनील उर्फ सोनू, गढ़वाली निवासी नवीन उर्फ जीतू और करसोला गांव के पवन उर्फ काला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पूछताछ में आरोपियों ने 26 वारदात का खुलासा किया है।

सीआईए के एसआई राजेंद्र सिंह ने बताया कि 24 जनवरी रात को सूचना मिली कि हांसी रोड स्थित वन विभाग कार्यालय के पास संदिग्ध कार खड़ी है। इसमें तीन युवक सवार हैं। आशंका है कि ये राहगीरों से लूट की वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और युवकों को पकड़कर तलाशी ली। उनके पास 315 बोर का कट्टा, एक कारतूस, 30 एटीएम कार्ड और एक बिंडा बरामद हुआ। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह एटीएम के अंदर ग्राहकों से लूट करते हैं। इस दौरान तीनों में से एक युवक सिक्योरिटी गार्ड की वर्दी पहनता था, जबकि अन्य दो ग्राहक के पास खड़े होकर एटीएम नंबर व कार्ड बदलने कर लूट करते थे। आरोपियों पर जिले भर में करीब 30 मुकदमे दर्ज हैं।
आरोपी सोनू अदालत से है भगोड़ा : आरोपी सोनू को नरवाना व जींद अदालत ने भगोड़ा घोषित किया हुआ है। इसका पुराने गिरोह के साथी के साथ रुपये के बंटवारे को लेकर झगड़ा हो गया था, इसलिए नवीन, पवन के साथ नया गिरोह बनाया। सभी मिलकर वर्ष 2017 से वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
बुजुर्ग व महिला रहती हैं निशाने पर
एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने के लिए आरोपी बुजुर्ग और महिलाओं को निशाना बनाते हैं। बुजुर्गों को ज्यादा जानकारी नहीं होने के कारण वह साथ खड़े लोगों से सहायता लेते हैं। इसी का लाभ उठाकर आरोपी धोखाधड़ी करते। वहीं महिलाओं से लूट व धोखाधड़ी की वारदात करते।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया। जहां से उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से सभी वारदात के बारे में जानकारी लेगी।
- दिनेश कुमार, सदर थाना प्रभारी
सीआईए इंचार्ज ने जारी की हिदायत
सीआईए इंचार्ज मनोज कुमार ने लोगों से एटीएम बूथ से राशि निकालने समय सावधानी बरतने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि पहले एटीएम बूथ पर कंफर्म कर लें कि सिक्योरिटी गार्ड असल है या कोई अन्य व्यक्ति है। क्योंकि आरोपियों से पूछताछ पर तथ्य सामने आए है कि वारदात करने वाले सिक्योरिटी गार्ड की वर्दी पहने होते हैं। वहीं किसी अनजान व्यक्ति को अपना एटीएम कार्ड, पासवर्ड या खाते से संबंधित जानकारी न दें। आरोपी महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाते हैं इसलिए अकेले एटीएम से राशि निकलने से बचें।
