VS News India | Vinay Balmiki | Shravasti : – नौनिहाल राष्ट्र के भाग्य विधाता हैं उन्हे शिक्षित कर उनके भाग्य को संवारना सभी गुरूजनों का दायित्व है। सरकार ने जो सभी बच्चों का अभिभावक बनकर उन्हे हर सुविधा मुहैया करा रही है तो गुरूजनों का फर्ज बनता है कि वे अपने कार्य संस्कृति में बदलाव लाकर बाखूबी अपने दायित्व को निभाकर इस जनपद में गिरे शिक्षा के स्तर को उठाने में अपना योगदान दें। गुरूजनों के उपर समाज का जो विश्वास है उस विश्वास को कायम रखने के लिए अब गुरूजनों को चुनौतीपूर्ण रूप से लेना होगा और यह भी ध्यान रखना होगा कि उनके विद्यालय के आस-पास गावों में कोई भी बच्चा शिक्षा के उजियारे से वंचित न रहने पावे। जिस विश्वास के साथ अभिभावक अपने अबोध बच्चे को गुरूजनों को भविष्य संवारने के लिए उनके हवाले किये हैं उस विश्वास पर खरे उतरने का गुरूजनों का फर्ज बनता है। वे उन अबोध कच्चे घड़े को तरास कर उनका भविष्य संवारे ताकि वे उच्च पदों पर आसीन हो सके और अपने परिवार के साथ-साथ समाज और देश का नाम रोशन कर सके।
