VS News India | Reporter – Vinay Balmiki | Shravasti : – जहां सरकार ने गर्भवती महिलाओं की देख रेख के लिए आशा बहुओं की नियुक्ति की है और गाँव मे उनकी पोस्टिंग की जिससे गाँव कस्बों की गर्भवती महिलाओं को समय से सरकारी अस्पताल में सरकारी सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।लेकिन कुछ ऐसी भी आशा बहु है जो खाती तो सरकार का लेकिन गाती अपनी मन का है नही समझे साहब हम समझाते है आपको।श्रावस्ती जनपद के इकौना क्षेत्र में एक फ़र्ज़ी नर्सिंग होम का आज भंडा फोड़ हुआ जँहा की स्त्री रोग विशेषज्ञ की कुर्सी पर कक्षा 8 पास स्वास्थ्य विभाग में ही कार्यरत आशा बहु बैठी थी जो महिलाओं को प्रसव के साथ साथ अनर्गल तौर पर अबार्शन भी करती थी गर्भवती महिलाओं को खुद को डॉक्टर बता कर और बहला फुसलाकर वह अपने ही नर्सिंग होम लाती और मोटी रकम ऐंठ कर उनका प्रसव करती थी।कहानी तो तब बिगड़ी जब वह प्रसव के लिए अपने फ़र्ज़ी नर्सिंग होम में एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए लेकर आई और दर्द का इंजेक्शन भी दिया लेकिन कई घण्टे बीत जाने के बाद जब डिलेवरी नही हुई और महिला की हालत खराब होने लगी तब महिला के परिजनों को दोनों आशा बहुओं पर डॉक्टर ना होने का संदेह हुआ।

जहां परिजनों ने इसकी तुरंत शिकायत CMO से की तो CMO ने स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भेज कर फ़र्ज़ी नर्सिंग होम पर छापा डाला जहां पर सरकारी नर्सो ने एम्बुलेंस की सहायता से गर्भवती महिला को तुरन्त अस्पताल पहुचाया वंही दूसरी तरफ विभाग की टीम ने फ़र्ज़ी नर्सिंग होम की तलाशी शुरू की जँहा पर दवाओं के साथ ऑपरेशन करने का समान आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस की मौजूदगी में नर्सिंग होम को सीज कर दोनों आशा बहुओं के साथ 2 सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विभागीय कार्यवाही की बात कही जा रही हैवंही बड़ी बात ये है कि लम्बे समय से चल रहे इस फ़र्ज़ी नर्सिंग होम के पीछे स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत होने की बात पता चल रही है क्योंकि की इकौना क्षेत्र में फ़र्ज़ी नर्सिंग होम का मकड़जाल है जहां ज़्यादातर आशा बहुओं और एएनएम के नर्सिंग होम है जहां प्राइवेट नर्सिंग होम में सरकारी दवाओं और एस्टूमेंट का प्रयोग किया जाता है ये तो स्वास्थ्य विभाग ने खुद ही अपनी पीठ थपथपाने के लिए फ़र्ज़ी नर्सिंग होम को सीज किया वरना दर्जनों फ़र्ज़ी नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग की दया दृष्टि क्यो।
