वी एस न्यूज इंडिया | सफीदों | सफीदों के गांव खेड़ा खेमावती में बीते रविवार नरेगा योजना के तहत मिट्टी खोदने का काम करते हुए मिट्टी का तोदा गिरने से मरने वाली दो महिला मजदूरों व अन्य घायलों के आश्रितों के लिए मजदूर नेताओं ने सरकारी नौकरी व 10 लाख रुपए मुआवजे की मांग करते हुए इस आशय का ज्ञापन आज मुख्यमंत्री के नाम भेजा। स्थानीय एसडीएम की अनुपस्थिति में यह ज्ञापन स्थानीय नायब तहसीलदार रामपाल सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया जिसमें ज्ञापन देने वाले मजदूर नेताओं ने स्पष्ट किया कि सरकार चुनावी आचार संहिता का बहाना बनाकर इस मामले में कोताही न बरते। मजदूर नेताओं, जिनमें अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर यूनियन के जिला प्रधान कपूर सिंह, जिला सचिव प्रकाश चंद, सीटू के राधेश्याम हाट, महावीर सिंह व अंग्रेज सिंह, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला करनाल प्रधान शीशपाल सिंह तथा भीम आर्मी के जिला जींद अध्यक्ष नरेश सोलंकी एडवोकेट शामिल थे, ने दोनो मृतक महिला मजदूरों के आश्रितों के लिए सरकारी नौकरी व दस लाख रुपए का मुआवजा तथा सभी घायल महिला मजदूरों को पांच पांच लाख का मुआवजा तथा सरकारी खर्च पर उपचार सुलभ कराने की मांग की। बता दें कि बीते रविवार इस गांव में नरेगा योजना के तहत शामलात जमीन के करीब 12 फुट के करीब गड्ढे से मिट्टी खोदकर ट्रैक्टर ट्राली ओं में भर रही महिला मजदूरों पर मिट्टी का तोदा आ गिरा था जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई थी और 8 महिला मजदूर घायल हो गई थी। इस मामले में जिला के अतिरिक्त उपायुक्त ने स्थानीय अधिकारियों की 4 सदस्य टीम को जांच का काम सौंपा है।

