VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – देश में साधू-संतों के साथ सरासर अन्याय हो रहा है। ऐसा पालघर व यू.पी. में साधू समाज पर हुए हमलों व हत्याओं से साफ जाहिर हो रहा है। यह बात विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने कही। वे मंगलवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भीड़ द्वारा निर्दोष साधुओं को पीटपीट मार डालना सीधा-सीधा सनातन संस्कृति पर हमला है। सनातन संस्कृति महान एवं प्राचीन है लेकिन राक्षसी स्वभाव के लोग सनातन संस्कृति को लगातार चोट पहुंचा रहे हैं। इस संस्कृति को नष्ट करने के लिए अनेक कुठाराघात किए जा रहे हैं। सनातन संस्कृति कभी मिटने वाली नहीं है क्योंकि इस संस्कृति के रक्षक स्वयं भगवान एवं साधु-संत हैं। ऐसे घोर कलिकाल में भी करोड़ों लोगों की आस्था साधू-संत समाज में है। कभी वो समय भी हुआ करता था जब देश और दुनियाभर के प्रताडि़त साधू, संत और हिन्दू समाज के लोग महाराष्ट्र के उन गौरवशाली योद्धाओं से सुरक्षा पाते थे जिनकी भुजाओं और तलवारों के दम पर अब तक हिन्दू संस्कृति अपने मूल रूप में बची हुई है लेकिन ऐसे प्रदेश में भी संतों की हत्या चिंताजनक व दयनीय है और अपने आप में बहुत बड़े सवाल खड़े करती है। पालघर घटना इतनी शर्मनाक है कि पुलिस के सामने भीड़ साधू-संतों को को बर्बरता से मार रही है और पुलिस तमाशबीन बनी हुई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर में दो संतों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि सोमवार देर रात उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में दो साधुओं की धारदार हथियारों से काटकर नृशंस हत्या कर दी गई। उन्होंने सरकार से मांग की कि साधुओं की हत्या करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और सभी मामलों की उच्च स्तरीय जांच हो।
