VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – बेशक सरकार ने देश मे गांव स्तर पर भी अनेक जगह मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं विकसित की हैं लेकिन सफीदों की नई अनाज मंडी में एक वर्ष से भी पहले निर्मित इस भवन में ना तो प्रयोगशाला का सामान है और ना ही संबंधित स्टाफ तैनात किया गया है जबकि जिला के दूसरे उपमंडल नरवाना में यह सुविधा बहुत पहले से सुलभ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 19 फरवरी 2015 को राजस्थान से जारी की गई मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना को पांच वर्ष हो चुके हैं लेकिन इस क्षेत्र मे सभी किसानों को ऐसे कार्ड जारी नहीं किए जा सके हैं जबकि योजना में ऐसे कार्ड का हर दो वर्ष की अवधि के बाद नवीकरण का प्रावधान है। उपमंडल कृषि अधिकारी डा. सत्यवान आर्य के अनुसार कार्ड बनाए जा रहे हैं और तत्परता से संबंधित भूमालिकों को सौंपे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मृदा परिक्षण का काम उनके क्षेत्राधिकार मे नहीं है लेकिन उन्हें यह जानकारी है कि जिला में अब तक यह सुविधा केवल नरवाना व जींद में ही सुलभ है। प्रयोगशाला की सुविधा ना होने से स्थिति यह है कि कुछ जिन किसानों को ऐसे कार्ड जारी हो चुके हैं वे भी उपयोगिताहीन पड़े हैं, जिनको अनेक किसान तो भूल ही गए हैं। क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों में मलिकपुर के राजेंद्र भिंडर, सिंघाना के सतबीर सिंह, नरेंद्र सिंह, जामनी के राजेश कुमार, पिल्लुखेड़ा के विजय कुमार, मलार के राजेश कुमार, सिल्लाखेड़ी के रमेश व बहादुरगढ के श्याम, राजेंद्र व सुरेश ने इस विभागीय कोताही पर नाराजगी जताते इस प्रयोगशाला को शीघ्र चालू किए जाने की मांग की है।
