VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार को सकारात्मक रवैए से किसानों से बात करके उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। वे देर रात उपमंडल के गांव भुसलाना में सरपंच रणबीर भ्भुसलाना के यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर सफीदों के विधायक सुभ्भाष गांगोली भी विशेष रूप से मौजूद थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार अहंकार में डूब चुकी है और गलत कानूनों की भी किसानों के हक में बताती हैं। देख्श का किसान पहले से प्राकृतिक आपदाओं एवं कर्ज के बोझ तले दबकर बुरी तरह से त्रस्त है और ये तीन कृषि कानून लाकर किसानों के घावों पर नमक छिडक़ने का काम किया है। सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों में एम.एस.पी. का कहीं पर भी जिक्र नहीं है। किसानों की प्रमुख मांग कानून में एम.एस.पी. का प्रावधान जोडऩे की है लेकिन सरकार किसानों की बात सुनने की बजाए उन्हे प्रताडि़त करने पर तुली हुई है। अन्नदाता के शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने के कुप्रयासों से हरियाणा सरकार का किसान विरोधी चेहरा फिर बेनकाब हो गया है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये इतिहास में पहली बार हो रहा है कि सरकार खुद सडक़ों पर जाम लगा रही है और किसान उस जाम को खोल रहे हैं। सरकार सडक़ों पर गड्ढे खुदवा रही है और किसान उन गड्ढों को भर रहे हैं। संवेदनहीनता की सारी हदें पार करते हुए सरकार ने उन किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, जिनकी आंखों में पहले ही आंसू हैं। सरकार उन किसानों पर ठंडे पानी की बौछारे बरसा रही है, जो पहले से कडक़ड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे बैठे हैं। अन्नदाता के अहिंसक और अनुशासित आंदोलन को कुचलने के इस निर्दयी तरीके का हम कड़ा विरोध करते हैं। देश का संविधान और लोकतंत्र किसी भी सरकार को इसकी इजाजत नहीं देता। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान महामारी के दौर में सरकार पिछले दरवाजे से अध्यादेश के जरिए इन कानूनों को लेकर आई थी, हमने तब भी इसका विरोध किया था। दरअसल सरकार इस काले कानून के माध्यम बड़े घराने को लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने साफ किया कि किसानों पर हो रहे हर अन्याय का कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर विरोध करेगी।
