VS News India | Reporter – Sanju | Safidon : – भारत सरकार द्वारा लागू लॉकडाऊन के सफीदों की सब्जी मंडी में कोई मायने नहीं है। सब्जी मंडी के अलावा नगर के अनेक स्थानों पर भ्भी लोगों की भीड़ देखी जा सकती है जोकि सफीदों में लॉकडाऊन के हालात दिखाने के लिए काफी हैं। प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। शायद सड़कों पर झुंड बनाकर मौज में घूमने वाले ये लोग समझते हैं कि कोरोना उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है, जबकि सच्चाई यह है कि कोरोना ने दुनियाभर के लाख्खों लोगों को अपनी चपेट में लिया हुआ है। सब्जी मंडी का हाल यह है कि यहां लोग सब्जी कम खरीदने आते हैं और सब्जी खरीदने के बहाने यह देख्खने जरूर आते हैं कि शहर में हो क्या रहा है। अगर यूं कहे कि सब्जी मंडी लोगों के लिए पिकनिक स्पॉट बन गई है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। यहां आने के लिए लोगों को किसी से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है। अगर कोई पूछे तो सिर्फ इतना कहना भर है कि वे सब्जी या सामान लेने के लिए जा रहे हैं। सब्जी मंडी के हालात यह हैं कि एक-एक सब्जी के स्टाल पर दर्जनों लोग जमा हो जाते हैं। अगर लोग सब्जी लेकर जल्दी-जल्दी निकलते रहे तो भी स्थिति कुछ काबू में रह सकती है लेकिन यहां तो लोग आराम से मोलभ्भाव करते हुए दिखाई पड़ते हैं। प्रशासन को लगता है कि अगर गलियों में सब्जी बेचने के लिए रेहड़ी जाएंगी तो लोग वहां पर ज्यादा इका होंगे लेकिन सब्जी मंडी में हजारों लोग इका हो रहे है इसका जवाब किसी के भ्भी पास नहीं है। इसके अलावा नगर के कुछ स्थानों पर भी लोग झुंड की शक्ल में दिखाई पड़ते हैं। गांवो में स्थिति ओर भी अधिक गंभीर मालूम हुई है। अच्छी बात है हरियाणा में अभी तक कोई कोरोना महामारी से जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन अगर भ्भीड़ की यही स्थिति रही और उस भीड़ में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति घुस गया तो सफीदों की स्थिति क्या होगी यह एक सोचने का विषय है।
